शायरी २

                  *अगर खुद्दार हो*




लेकर पुष्प बैठ जाओ तितलियां उमडा़एगी।
बैठ जाओ जाल विछाकर चिड़ियिया फस जाएगी।
इजहार कभी मत करना गर थोड़ा खुद्दार हो
कृष्ण सा कुछ कर दिखाओ गोपिया घिर जाएगी।।

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