करवा चौथ गीत

शदर पूर्णिमा बीती;आया करवा का त्योहार।
ताक प्रेमिका चन्दा को;पडें ओस की फुहार।

टुकुर टुकुर क्या झांके वो करगे नौ को पार।
चौथ का चांद बनी कहावत मत मानो तुम हार।

आया प्रेमी रे! आया प्रेमी रे!
                          पूर्ण हुआ इन्तजार।१।

देख के अपने प्यारे पति को;खाओ लड्डू यार।
पूर्ण हुआ व्रत आपका;पूर्ण हुआ करवा त्योहार।

जोड़ी आपकी अमर रहे;यह कहना मेरा व्यवहार।
प्रिन्शु कहता रहे सदैव;अमर रहे करवा त्योहार।

आया प्रेमी रे! आया प्रेमी रे!
                          पूर्ण हुआ इन्तजार।२।

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